प्राचीन भारतीय की शिल्प विद्या में वास्तु शास्त्र दिशानिर्देश था जो सकारात्मक ऊर्जा से भरा घर बनाने में अब भी मदद करता है। हमारे जीवन काल में कई बार होते हमें लगता है कि जिस तरह से चाहते हैं वैसा कुछ भी नहीं हो रहा और दुनिया हमारे खिलाफ है पर उस वक़्त सकारात्मकता को ढूंढना महत्वपूर्ण है जो हमें जीवन के इस नकारात्मक चरण को दूर करने में मदद करेगा। इस प्रक्रिया में हमारे दृष्टिकोण को बदलने,और हमारे घरों में सकारात्मक ऊर्जा को नवीनीकृत करने के लिए वास्तुशास्त्र का सही होना ज़रूरी है। चूंकि घर आराम और विश्राम का जगह है इसमें ऊर्जा स्वचि होनी चाहिए ताकि इससे लाभ उठा सकें और इसके लिए वास्तु शास्त्र का उपयोग करके घर में छोटे बदलाव करने से नकारात्मकता को दूर करने में मदद मिल सकता है।
वास्तु शास्त्र के प्रक्रियाओं को घर और कार्यालय में सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न और संचार करने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। यह भावनात्मक, स्वास्थ्य, वित्तीय और करियर से संबंधित समस्याओं को समाप्त या कम करने वाला वातावरण बनाने के साथ जीवन के विभिन्न पहलुओं में सकारात्मक प्रभाव लाने में मदद करता है। इसे लागू करना आसान है और अक्सर घर के अंदर और आस-पास में वस्तुओं को पुनर्स्थापित और सही आयोजन,करने से घर में ऊर्जा के प्रवाह में सुधार आता है। इस विचारपुस्तक में 10 वास्तु युक्तियों को प्रस्तुत किया गया है जिन्हे अपनाकर घर से नकारात्मक ऊर्जा को दूर रखने में सफल हो सकते हैं।
अक्सर घर में ऊर्जा को बदलने के लिए कुछ चीज़ो से छुटकारा पाना ज़रूरी लगता है लेकिन कभी-कभी सिर्फ ऊर्जा प्रवाह को बेहतर करने से कार्य पूर्ण हो जाता है। इस तरह की खुली व्यवस्था जो हवा को अवरुद्ध न करे वही आदर्श है क्योंकि यह घर के मध्य ऊर्जा को स्वतंत्र रूप से बहने की अनुमति देती है।
आतंरिक हवा को ताजा रखने के लिए, हर दिन खिड़कियां खोलना महत्वपूर्ण है, भले ही यह केवल थोड़ी देर के लिए हो। सर्दियों के दौरान हवा को ठंडा होने पर भी आपको यह करना चाहिए इसीलिए खिड़की खोलकर और पर्दे खींचकर कमरे में धूप आने दें। घर में स्वच्छ ऊर्जा लाने के लिए सूर्य की रोशनी और ताजा हवा सबसे अच्छा प्राकृतिक उपचार हैं।
हम सभी को कुछ प्रिय चीजों को इकट्ठा करना पसंद है लेकिन क्या हमें वास्तव में उनकी आवश्यकता है? ऊर्जावान घर वह है जो संगठित और साफ होने के साथ उसमे सिर्फ ज़रुरत की चीजें हों जिन्हें व्यवस्थित करने की आवश्यकता हो क्योकि इससे सकारात्मक ऊर्जा के लिए काफी जगह होगी।
फूलों और पौधों में सकारात्मक ऊर्जा होती है, इसलिए उन्हें घर में रखने से माहौल में सकारात्मकता का बढ़ावा होता है। घर के अंदर उगने वाले पौधों को चुनें जिन्हें बहुत अधिक पानी या रखरखाव की आवश्यकता नहीं है ताकि वे हमेशा ताजा और सुंदर दिखें।
नमक शक्तिशाली शोधन करनेवाला है और घर से नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इसे घर के उन अंधेरे कोनों या खाली स्थानों पर केंद्रित करें जहाँ प्राकृतिक प्रकाश या वेंटिलेशन न पहुँचती हो। ऐसे क्षेत्रों में नमक का एक कटोरा रखें ताकि यह नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित कर सके। 48 घंटों के बाद नमक को त्याग दिया जा सकता है।
दर्पण एक वास्तु उपकरण है जिसका प्रयोग किसी क्षेत्र से दोष को दूर करने के लिए किया जा सकता है। यह प्रकाश को प्रतिबिंबित करने और क्षेत्र को उज्ज्वल बनाने का कार्य करता है क्योकि ये क्षेत्र से नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित करने के साथ-साथ सकारात्मक ऊर्जा को भी प्रतिबिंबित करते हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि आप दर्पण को सही तरीके से रखें, पेशेवर राजगीर की तलाश करें।
वास्तु के अनुसार, बिस्तर की सही स्थिति शरीर और मनोस्थिति को प्रभावित करती है। बिस्तर की दशा ऐसी होनी चाहिए कि सिरहाना उत्तर की ओर न हो कर पूर्व में होना चाहिए और पैर पश्चिम की ओर इंगित करें।
घर का प्रवेश द्वार वह बिंदु है जहां से अंदर-बाहर की ऊर्जा का प्रवाह होता है। प्रवेश द्वार को साफ़ और आकर्षक बनाये रखें ताकि स्वच्छ ऊर्जा का खिंचाव हो और यदि यह संकीर्ण है, तो दीवार पर एक दर्पण रखें जिससे यह क्षेत्र प्रतिबिंबित करे और मार्ग बड़ा लगे। प्रवेश द्वार में सकारात्मक माहौल बनाने के लिए सुंदर सामान और फूलों का उपयोग किया जा सकता है।
हवा में सुखद या ताज़ा सुगंध घर में एक सकारात्मक ऊर्जा लाता है। कमरे में अच्छी ऊर्जा की मात्रा बढ़ाने के लिए सुगंधित तेल विसारकों या सुगंधित फूलों के साथ व्यवस्था का प्रयोग करें।
अंतिम सुझाव लेकिन कम ज़रूरी नहीं की नियमित रूप से घर की सफाई करने से नकारात्मक ऊर्जा से छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है। गंदगी और धूल को दूर करने के अलावा स्वच्छ वातावरण की सुगंध मानसिक आराम देगी।
अधिक वास्तु युक्तियों के लिए,इस विचार पुस्तक देखें।